Designation:लेखक - व्यस्थापक
Experience: 6 + Years
Languages: Hindi
लिपियों के प्रति मेरा आकर्षण मेरे नाम से ही झलकता है। बचपन से ही कहानियाँ गढ़ने का शौक था और अन्य विषयों की तुलना में हिंदी भाषा ने मेरा मन मोह लिया। यही शौक धीरे-धीरे मेरा पेशा बन गया। पिछले चार वर्षों से अधिक समय तक मैंने कई प्रतिष्ठित मीडिया संस्थानों में बतौर कंटेंट राइटर काम किया, जहाँ न केवल मेरे लेखन में निखार आया, बल्कि मैने टीम मैनेजमेंट की बारीकियाँ भी सीखी। वर्तमान में, मैं क्राफ्टो में कंटेंट मैनेजर के रूप में कार्यरत हूँ, जहाँ अपनी टीम के साथ मिलकर हर दिन नए और रोचक विषयों पर काम करती हूँ, ताकि आपको बेहतर सामग्री प्रस्तुत कर सकूँ।आपका साथ और सराहना हमारे लिए प्रेरणा का स्रोत है। उम्मीद है, आप यूँ ही हमारे कार्य को पसंद करते रहेंगे!
इलेक्ट्रॉनिक मीडिया में एमएससी मास कम्युनिकेशन में बी.ए राजनीति विज्ञान में बी.ए
Afternoon Prayer Heavenly Father, refresh my heart and remind me of how far I've come.
GRATITUDE Gratitude makes the heart feel full.
HAPPY SATURDAY May you remember today that you are worth all good things.
अचोद्यमानानि यथा, पुष्पाणि फलानि च । स्वं कालं नातिवर्तन्ते, तथा कर्म पुरा कृतम् । अर्थात् जैसे पुष्प तथा फल बिना किसी प्रेरणा से अपने आप ही उग जाते हैं, वैसे ही किये गए कर्म भी उचित समय पर ही अपने अच्छे या बुरे फल देते हैं। महाभारत -
तेरा नाम लूँ जुबाँ से, जी लूँ मैं ये जहां सारा खुदा से मांग लूँ तुझको, अब और क्या चाहिए मुझको
भगवान का संतुलन भी कितना अजीब है! सौ किलो अनाज का बोरा जो उठा सकता है, वह खरीद नहीं सकता। और जो खरीद सकता है, वह उठा नहीं सकता। भार भार
मुस्कुराना एक ऐसा उपहार है जो बिना मोल के भी अनमोल है; इसमें देने वाले का कुछ कम नहीं होता और पाने वाला निहाल हो जाता है। DADADALI
कुछ लोग आपकी जिंदगी से चले जाते हैं ताकि आपकी कहानी में नए किरदार जुड़ सकें